@असफलता से मंजिल की और@

@लगन एक बहुत छोटा सा शब्द है लेकिन जिसे यह       लग जाती है उसका जीवन यह बदल देती है@


@आज हर स्टूडेंट अपने करियर में आगे बढ़ने के लिए दिलों- जान  से मेहनत कर रहा है। इनमे से ज्यादातर मिडिल क्लास के स्टूडेंट होते है जिनकी पारिवारिक सिचुएशन मिडिल होती है  तो चलिए, हम आपके लिए एक ऐसा टॉपिक लेकर आए है जो आपकी मेहनत में चार -चांद लगाएगा ।

           अगर आप अपने करियर में बहुत मेहनत कर रहे तो यह आपकी सफलता का शुभ संकेत है लेकिन मेहनत करने के साथ -साथ हमे एक चीज का बहुत ख्याल रखना चाहिए और कई प्रतिभागी स्टूडेंट इसी में ही गलती कर देते है जिसका प्रभाव उन्हें रिजल्ट में देखने को मिलता है। अक्सर यह सुनने में आता है की उस लड़के ने मेहनत तो बहुत की लेकिन उसका रिजल्ट ठीक नहीं आया तो आज हम इसी सिचुएशन को समाप्त करेंगे जिससे आपका सिलेक्शन होने से कोई नहीं रोक सकता।

  1. अगर आप अपने लक्ष्य के प्रति ईमानदार है तो  आपको जल्द यह अपनाना चाहिए,
  • क्या पढ़ना ना है-कैसे पढ़ना है -क्यों पढ़ना है। इसी की हेल्प लेते हुए आप अपनी पढ़ाई का शेड्यूल बनाना है।
  • किसी भी टॉपिक को याद करने के बजाय उसे समझने की कोशिश करो, अक्सर स्टूडेंट्स क्या करते है की किसी टॉपिक को समझने की बजाय अपने कोर्स को कंप्लीट करने को इंपोर्टेंट समझते है जबकि यह गलत है। 
  • स्टडी में क्लियरिटी होनी चाहिए यानी की जो टॉपिक आप पढ़ रहे हो उसमे आपको बिलिएंट हो जाना है ,ताकि दोबारा आपको उस टॉपिक को पढ़ने की जरूरत न पड़े।
  • आपको आराम से हर टॉपिक को क्लियर करना है।
  • सबसे बड़ी चीज जो बहुत ही जरूरी है वो है - ईमानदारी से मेहनत करना जो आपके हाथों में है।





@जिंदगी में कुछ पाने के लिए कुछ त्याग भी करना पड़ता है यह एक सिद्धांत है जो एकदम सत्य है,अगर आप भी अपना लक्ष्य पाना चाहते है तो जाहिर सी बात है आपको भी कुछ चीजों का त्याग करना होगा,आपका आने वाला कल इस बात पर  मेटर करता है की आप अपना अधिक टाइम किन चीजों पर खर्च कर रहे है।   

 आपको नीचे जो इमेज दिखाई दे रही है उसमे आपको डिसाइड करना है की आपको क्या मानना है और अगर आप अपना कैरियर बनाना चाहते है तो आपको प्रोडक्टिव का अट्रैक्टिव वाला बॉक्स पर चलना होगा जो हमे यह बताता है की हमे ज्यादा टाइम अपने लक्ष्य पर देना होगा, नेगेटिव लोगो से दूर रहना होगा । आपको भीड़ से अलग होना है।


में आपके लिए एक छोटी सी कहानी लेकर आया हूं जिसे दिल से समझने की कोशिश करना --एक जंगल में आग लग जाती है। जंगल के लोग अपनी जान बचाने के लिए अपनी - अपने मकान छोड़कर भाग जाते है।

 उस जंगल में दो भाई रहा करते थे, एक अंधा था और एक लंगड़ा। जो अंधा भाई था वह अपने पैरों से भाग तो सकता था लेकिन अंधा होने के कारण कहां भागे उसे कुछ समझ में नहीं आ रहा था।, दूसरा लंगड़ा भाई जो आग से बचने का रास्ता तो देख सकता था लेकिन पैरों से असमर्थ होने के कारण भाग नहीं सकता था। 

मुझे आप बताइए क्या वह दोनो भाई उस आग से बच निकलते हैं या आग में झुलस कर मर जाते हैं? दोनों भाई जंगल की ज्वाला से बच निकलते हैं वह इसलिए कि दोनों समझदार और अकलवान थे। उस अंधे  ने अपने लंगड़े भाई को अपने कंधों पर बैठा लिया अब देखिए वह लंगड़ा तो उस अंधे को आग से बचने का रास्ता दिखा रहा था और वह अंधा बताए गए रास्ते पर चल रहा था इस तरह दोनों भाई जंगल की ज्वाला से निकल जाते हैं और बच जाते हैं अगर इन दोनों ने समय पर दिमाग नहीं लगाया होता तो दोनों जंगल की ज्वाला में झुलस कर मर जाते।

 इस कहानी से हम आपको यह समझाना चाहते थे कि जो जवानी होती है यह अंधी होती है और पैर सक्षम होते हैं और जो बुढ़ापा होता है चाहे इसके पैर असक्षम हो लेकिन आंख के रूप में इनका अनुभव बहुत ही बलशाली होता है।

अगर पैर जवानी के हो और आंख बुजुर्गों की हो तो युवक अपनी पीड़ा समस्या रूपी आग से छुटकारा पा सकता है। 

इसलिए इस कहानी से हमें शिक्षा मिलती है कि युवक को हमेशा अपने बड़े बुजुर्गों द्वारा बताए रास्ते पर चलना चाहिए तब आप अपनी मंजिल प्राप्त कर सकोगे। इस तरह आप जीवन की हर परेशानी को आसानी से दूर कर सकते हो।  इसलिए अपने मां-बाप का सम्मान करो और जिंदगी में आगे बढ़ो । पढ़ाई करने के बाद अपने मां-बाप के साथ समय बिताओ आपको कई चीजें सीखने को मिलेगी। धन्यवाद!

                      जय हिंद, जय भारत

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