@कॉन्फिडेंट -सफलता की प्रथम सीढ़ी@

@सफलता हाथो की लकीरों में नहीं बल्कि माथे के पसीनों से मिलती है.@



अक्सर जीवन में ऐसी कई समस्याएं आती है, जिनसे युवक घबरा जाता है। उसे यह लगता है की में यह कार्य नही कर सकता। मेरे लिए यह असंभव है, लेकिन सत्य की बात तो यह है की मनुष्य के लिए कोई कार्य मुस्किल नही है। मनुष्य इतना बलशाली है वह  असंभव को भी संभव बनाने की हिम्मत रखता है। आपने दुबई का नाम सुना है?

दुबई पहले मिट्टियो से घिरा देश था, वहा सिर्फ मिट्टी ही मिट्टी दिखाई देती थी, इसकी हालत बिलकुल खराब थी लेकिन शेख राशिद ने अपने आत्मविश्वास के बल पर अपना दिमाग लगाकर पूरी दुबई को ही चेंज कर दिया है। आज यही जगह इतनी ब्यूटीफुल हो गई की मानो किसी शाही जगह आ गए हो। 

आपके लिए या हमारे लिए कोई काम मुश्किल नहीं है, बल्कि हम जिम्मेदारियों से बचना चाहते है, है यह सोच बना लेते है की यह कार्य मुझसे कैसे होगा।

इमर्सन का कथन था की "संसार के सारे युद्धों में इतने लोग नही हारते जितने की सिर्फ घबराहट से।"

.....13 जनवरी 2019 का वो समय जब एक महिला  जिसने सातों महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटियों पर चढ़कर जीत हासिल की और उनका नाम है श्रीमती अपर्णा जी। 

 

यह आईपीएस ऑफिसर के तौर पर चर्चा में रही। यह कहती है कि "अपने अनुभव से में यह तो कह सकती हूं की हर चुनौती अपने आप में अलग होती है। आईपीएस ऑफिसर के रूप में अपनी जिम्मेदारियां  निभाते हुए अपने लिए इस तरह के लक्ष्य बनाना और फिर उन्हें हासिल करने के लिए  तैयारी करते रहना आसान नहीं था, लेकिन अगर आप कही पहुंचकर  उसे अपनी मंजिल मन लेंगे तो आप अपने आत्मविश्वास से आगे बढ़ जाएंगे एवरेस्ट पर चढ़ना  चाहे दुनिया का सबसे मुश्किल काम हो लेकिन यह, असंभव नहीं है, यही सोचकर में एक के बाद एक चरण पूरा करती चली गई। अगर इंसान को खुद पर विश्वास हो तो वह असंभव को भी संभव बना देता हैं। "

                 


आत्मविश्वास, वह ऊर्जा है, जो सफलता की राह में आने वाली अड़चनों, कठिनाइयों और परेशानियों से मुकाबला करने के लिये मनुष्य को साहस प्रदान करता है। अपनी क्षमता को पहचान कर  और उस पर विश्वास करके  कोई भी इंसान एक बेहतर दुनिया बना सकता है।

       आत्मविश्वास, अपने अंदर ही समाहित होता है, आपको उसे कही और ढूढने की जरूरत नहीं है, बस जरूरत है अपने अंदर की आंतरिक शक्तियों को इकट्ठा कर अपने आत्मविश्वास को मजबूत करने की।

                    "चाहे, आज तुम वो नही हो जो बनना चाहते हो, चाहे आज आप अपने किसी कारण आगे नहीं बढ़  पा रहे हो लेकिन जिस दिन आपकी अंतरात्मा जाग जाएगी उस दिन फिर आपको सफल होने से कोई नही रोक सकता और यह समय हर इंसान के जीवन में आता है,आज नही तो कल जल्द आपके जीवन में वो समय आने वाला है।"

                         जय हिंद, जय भारत

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